AIMIM ने राष्ट्रपति से की मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की मांग
रायबरेली। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के पदाधिकारियों ने बुधवार को पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित एक मांग पत्र सौंपा। जिसमें मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए शर्मनाक कृत्य और हिंसात्मक घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा की गई। साथ ही इस पूरे प्रकरण को लेकर संबंधित राज्य सरकार को बर्खास्त करते हुए मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई है।
जिला अध्यक्ष मेहताब खान के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मणिपुर के अंदर पिछले 80 दिनों से हिंसात्मक घटनाएं चल रही है। जिससे हजारों की संख्या में लोग विस्थापित हुए। सैकड़ों लोगों की जानें गई। साथ ही आगजनी, लूटपाट, तोड़फोड़ की अनेकों घटनाएं सामने आई। उसके बाद भी देश के प्रधानमंत्री खामोश रहे। इस बीच उन्होंने कई देशों का दौरा किया लेकिन मणिपुर पर कुछ नहीं बोले।
19 जुलाई को जब महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार और कुछ व्यक्तियों द्वारा महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमा कर उनके निजी अंगों पर हमला करने का वीडियो वायरल हुआ उसके बाद प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी। पार्टी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और मणिपुर के मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता ने पूरे राज्य को हिंसा की आग में झोंक दिया है। ऐसी स्थिति में पार्टी पदाधिकारियों ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
इस अवसर पर मुख्य रूप से बछरावां विधानसभा अध्यक्ष इरशाद अली, सलोन विधानसभा अध्यक्ष मोहम्मद समीर, जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद अहमद घोसी, जिला महासचिव मोहम्मद अनवर, जिला सचिव इरफान मंसूरी, सचिव सैय्यद चांद, हरचंदपुर विधानसभा अध्यक्ष शाद मोहम्मद, नगर सचिव शाहरुख समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।