पाकिस्तान के सिंध में मंदिर पर किया गया रॉकेट लॉन्चर से हमला, दहशत में हिन्दू समुदाय
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित काशमोर में डकैतों के एक गिरोह ने एक हिंदू मंदिर पर कथित तौर पर “रॉकेट लॉन्चर” से हमला किया. खबर है कि इन हथियारबंद डकैतों ने महिलाओं और बच्चों सहित हिंदू समुदाय के लगभग 30 सदस्यों को भी बंधक बना लिया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हमलावरों ने गौसपुर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में एक पूजा स्थल और आसपास के समुदाय के घरों पर हमला किया. उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसके बाद काश्मोर-कंधकोट के एसएसपी इरफान सैम्मो के नेतृत्व में एक पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है.
पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबर के अनुसार, पुलिस अधिकारी ने कहा कि डकैतों ने पूजा स्थल पर “रॉकेट लॉन्चर” दागे, जो हमले के दौरान बंद था. उन्होंने कहा कि यह बागड़ी समुदाय द्वारा संचालित धार्मिक सेवाओं के लिए हर साल खुलता है. हमले के बाद संदिग्ध हमलावर घटनास्थल से भाग गए. पुलिस इलाके में तलाशी अभियान चला रही है. एसएसपी सैम्मो ने अनुमान लगाया कि आठ से नौ बंदूकधारी थे.
इस बीच, बागरी समुदाय के सदस्य डॉ. सुरेश ने कहा कि डकैतों द्वारा दागे गए “रॉकेट लॉन्चर” विस्फोट करने में विफल रहे, जिससे कोई जानमाल की हानि नहीं हुई. उन्होंने पुलिस से समुदाय की सुरक्षा करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस घटना ने निवासियों को दहशत में डाल दिया है.
इस बीच, पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने कहा कि वह सिंध के काशमोर और घोटकी जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था की रिपोर्टों से चिंतित है, जहां महिलाओं और बच्चों सहित हिंदू समुदाय के लगभग 30 सदस्यों को संगठित आपराधिक गिरोहों द्वारा कथित तौर पर बंधक बना लिया गया है.
आयोग ने सिंध गृह विभाग से बिना किसी देरी के मामले की जांच करने का आह्वान करते हुए कहा, “इसके अलावा, हमें रिपोर्टें मिली हैं कि इन गिरोहों ने हथियारों का उपयोग करके समुदाय के पूजा स्थलों पर हमला करने की धमकी दी है.”