बाढ़ में फंसा था लड़का...गले तक पहुंच गया था पानी, बचाने के लिए SDM ने लगाई छलांग
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब शहर में बाढ़ में फंसे एक व्यक्ति को बचाने के लिए सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) संजीव कुमार पानी में कूद गए. जानकारी के मुताबिक बिबनगढ़ गुरुद्वारे के पास का क्षेत्र पानी से भर गया था और जल स्तर बढ़ रहा था. इस दौरान एनडीआरएफ की टीम अभी तक घटनास्थल पर नहीं पहुंची थी, लेकिन एक लड़का पानी के बीच फंस गया था. पानी उसके गले तक पहुंच गया था. लड़का बहुत ही घबराया हुआ था. उसकी हालत को देखते हुए एसडीएम ने पानी में छलांग लगा दी और उसे बचाकर बाहर ले आए.
एसडीएम संजीव कुमार ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि वह खमानो के एसडीएम हैं, लेकिन वह बीते सोमवार को फतेहगढ़ साहिब में थे. क्योंकि उन्हें डिप्टी कमिश्नर ने शहर और उसके आसपास के गांवों की गंभीर स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुलाया था. उन्होंने बताया कि वह पहले भी फतेहगढ़ साहिब में काम कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि उस समय वहां कोई बचाव दल नहीं था, इसलिए लड़के को बचाना उनका फर्ज था. डिप्टी कमिश्नर परनीत शेरगिल ने कहा कि वह और एसडीएम बाढ़-राहत कार्यों पर चर्चा कर रहे थे, तभी कुछ लोग बाढ़ के पानी में फंसे दो लोगों की मदद मांगने आए. संजीव स्थिति देखने गए और वह उन्हें बचाने के लिए पानी के अंदर कूद गए.
गौरतलब है कि पंजाब में बाढ़ से 1000 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं. सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राहत और पुनर्वास विभाग की तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में अलग अलग स्थानों पर 127 राहत कैंप लगाए गए हैं, जिनमें पटियाला में 14 रूपनगर में 16, मोगा में 7 लुधियाना में 3 मोहाली में 22, एसबीएस नगर में 2 संगरूर में 2 फिरोजपुर में 18, होशियारपुर में 3 तरनतारन में 7 और जालंधर में 33 कैंप शामिल हैं.
प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य चलाने के लिए किश्तियां भी दीं गई हैं जिनमें पटियाला जिले को 21 किश्तियां, रूपनगर को 24, मोहाली को 5 फतेहगढ़ साहिब में 4 और फिरोज़पुर को 15 किश्तियां भेजी गई हैं. इसके साथ ही पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एसबीएस नगर, फतेहगढ़ साहिब, तरनतारन और जालंधर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में से कुल 13574 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.